छात्र छात्राओं को दी क़ानून व उन के अधिकार की जानकारी

छात्र छात्राओं को दी क़ानून व उन के अधिकार की जानकारी



सामाजिक सरोकारों से जुड़ कर बदलाव लाने को प्रतिबद्ध *यूनाइटेड अजमेर * का *लीगल फ़्रेंड* कार्यक्रम आज आज दिनांक 19-12-18 को सम्राट पृथ्वीराज चौहान महाविद्यालय के युवा विकास केंद्र के सानिध्य में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए यूनाइटेड अजमेर की मीडिया प्रभारी मीना सोनी ने बताया कि सर्वप्रथम डॉक्टर भारती प्रकाश ने यूनाइटेड अजमेर टीम का स्वागत किया।
तत्पश्चात संयोजिका कीर्ति पाठक ने यूनाइटेड अजमेर की गतिविधियों पर प्रकाश डाला और उक्त कार्यक्रम की उपयोगिता पर दो शब्द कहे।
उक्त कार्यक्रम में देश के भावी नागरिकों को उन के क़ानूनी अधिकारों एवं कर्तव्यों की जानकारी अधिवक्ता कृष्णगोपाल खत्री , जिनेश सोनी व अशोक मेघवंशी के पैनल ने दी।
ऐडवोकेट खत्री ने बलात्कार क़ानून व साइबर क्राइम पर प्रकाश डालते हुए विभिन्न केस का उदाहरण देते बलात्कार क़ानून की समीक्षा की व साइबर क्राइम के विविध पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए छात्रों को साइबर क्राइम के उन बिंदुओं को समझाया जिस से आम व्यक्ति साधारणत: अनभिज्ञ होता है । इस के अंतर्गत बैंक के कार्ड के द्वारा व आधार कार्ड के द्वारा होने वाली ठगी को विस्तार से समझाया गया एवं उस से बचने के उपाय बताए गए ।
अधिवक्ता जिनेश सोनी द्वारा दहेज क़ानून व फ़ौजदारी मुक़दमों में महिलाओं के अधिकारों की विवेचना की गयी।
छात्राओं को बताया गया कि फ़ौजदारी मुक़दमों में उन्हें निशुल्क सहायता , एकांतता , शून्य एफ आई आर , असामयिक पंजीकरण , आभासी शिकायत व गोपनीयता का अधिकार है ।
छात्रों को दहेज क़ानून के दुरुपयोग की जानकारी देते हुए सोनी जी ने उन्हें ऐसे समय में क्या किया जाना चाहिए बताया।
अधिवक्ता अशोक मेघवंशी ने घरेलू हिंसा की परिभाषा समझाते हुए बताया कि सिर्फ़ शारीरिक चोट ही नहीं वरन मानसिक परेशानी का सबब बनना व किसी भी अनचाहे कार्य को करने को बाध्य करना भी घरेलू हिंसा की श्रेणी में आता है।
कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न पर उन्होंने सभी उपस्थित श्रोताओं को विस्तार से समझाया कि यदि कोई सहकर्मी बार बार अनावश्यक रूप से सामने आता है उसे स्टॉकिंग की संज्ञा दी जाती है और ये भी यौन उत्पीड़न कहलाता है । यौन उत्पीड़न को रोकने के लिए कार्यस्थल पर विभिन्न कमिटी बनी होती हैं जिन में शिकायत की जा सकती है ।
विभिन्न अधिवक्ताओं के उदबोधन के पश्चात प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम आयोजित किया जिस के सूत्रधार सुशील पाल थे और साथ में पैनल में विभिन्न अधिवक्ताओं के साथ वरिष्ठ पत्रकार ज़ाकिर हुसैन खान ने छात्रों की जिज्ञासा को शांत किया।
कार्यक्रम को महाविद्यालय की प्राचार्या डॉक्टर स्नेह सक्सेना ने भी सम्बोधित किया व कार्यक्रम की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए ऐसे कार्यक्रम करवाते रहने पर ज़ोर दिया।
महाविद्यालय के युवा विकास केंद्र के संयोजक डॉक्टर अनिल दाधीच ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रेषित किया।
सम्पूर्ण कार्यक्रम का संचालन दक्ष द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के अंत में डिफ़ेंडर ओफ फ़ेथ संस्था के ललित खत्री जी ने अपने ट्री बैंक के माध्यम से अतिथियों को फूलों के गमले भेंट किए ।
कार्यक्रम में डॉक्टर मीना असवानी , डॉक्टर मंजुला मिश्रा , डॉक्टर प्रीति माथुर , डॉक्टर रीना मिश्रा , अनिता भार्गव , रोहित छीपा , आशीष आदि की उपस्थिति रही ।

छात्र छात्राओं को दी क़ानून व उन के अधिकार की जानकारी छात्र छात्राओं को दी क़ानून व उन के अधिकार की जानकारी Reviewed by MOR on December 20, 2018 Rating: 5

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